आयु एवं स्वास्थ्य पर W.H.O. की रिपोर्ट
7 अप्रैल, 1948 को अपने गठन के बाद
से ही प्रति वर्ष ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ द्वारा इसी तिथि को ‘विश्व
स्वास्थ्य दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्यालय जेनेवा में है और
वर्तमान में इसके महानिदेशक डॉ. मार्गरेट चान हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी ‘विश्व स्वास्थ्य सांख्यिकी, 2015’ के अनुसार, वर्ष 2013 में भारत में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 66 वर्ष थी जबकि विश्व स्तर पर यह 71 वर्ष थी। इसी वर्ष जन्म के समय जीवन प्रत्याशा विकसित देशों जैसे-जापान, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और सं.रा. अमेरिका में क्रमशः 84, 82, 81 और 79 वर्ष थी। विकसित देशों में अधिक जीवन प्रत्याशा का मुख्य कारण बेहतर खान-पान और उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं हैं किंतु इसका नकारात्मक पहलू यह है कि इन देशों की अधिकांश आबादी वृद्ध हो रही है और वहां कार्यशील जनसंख्या घट रही है।
भारत विश्व का सबसे युवा देश है। भारत की 63 प्रतिशत आबादी 15-59 वर्ष की है और यह कार्यशील जनसंख्या है। भारत में बेहतर खान-पान एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण जीवन प्रत्याशा में वृद्धि हुई है। हाल ही में जारी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ की ‘आयु एवं स्वास्थ्य’ पर विश्व रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2050 तक भारत में वृद्ध व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी ‘विश्व स्वास्थ्य सांख्यिकी, 2015’ के अनुसार, वर्ष 2013 में भारत में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 66 वर्ष थी जबकि विश्व स्तर पर यह 71 वर्ष थी। इसी वर्ष जन्म के समय जीवन प्रत्याशा विकसित देशों जैसे-जापान, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और सं.रा. अमेरिका में क्रमशः 84, 82, 81 और 79 वर्ष थी। विकसित देशों में अधिक जीवन प्रत्याशा का मुख्य कारण बेहतर खान-पान और उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं हैं किंतु इसका नकारात्मक पहलू यह है कि इन देशों की अधिकांश आबादी वृद्ध हो रही है और वहां कार्यशील जनसंख्या घट रही है।
भारत विश्व का सबसे युवा देश है। भारत की 63 प्रतिशत आबादी 15-59 वर्ष की है और यह कार्यशील जनसंख्या है। भारत में बेहतर खान-पान एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण जीवन प्रत्याशा में वृद्धि हुई है। हाल ही में जारी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ की ‘आयु एवं स्वास्थ्य’ पर विश्व रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2050 तक भारत में वृद्ध व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
- 30 सितंबर, 2015 को ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ द्वारा ‘आयु एवं स्वास्थ्य पर विश्व रिपोर्ट, 2015’ जारी की गई।
- इस रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं-
- भारत में वर्ष 2015 में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या 11 करोड़ 65 लाख 53 हजार है।
वर्ष 2050 तक भारत में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या 33 करोड़ 43 हजार होने का अनुमान है।- ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2050 तक भारत में 10 में से लगभग दो व्यक्ति 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के होंगे।
- भारत में वर्तमान में एक नवजात शिशु की जीवन प्रत्याशा 65 वर्ष है।
- रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 65 से 74 वर्ष की आयु के 61.2 प्रतिशत व्यक्ति भोजन करने, सांस लेने, बिस्तर और शौचालय का उपयोग करने की समस्याओं से पीड़ित हैं।
- 75 वर्ष से अधिक की आयु के 77 प्रतिशत व्यक्ति भी उपर्युक्त समस्याओं से पीड़ित हैं।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में विश्व की कुल जनसंख्या में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों का अनुपात 12 प्रतिशत है।
- ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2050 में यह अनुपात लगभग दो गुना बढ़कर 22 प्रतिशत हो जाएगा।
- वर्ष 2015 में विश्व में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या 900 मिलियन है।
- वर्ष 2050 तक 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या के 2 बिलियन हो जाने की संभावना है।
- वर्तमान में विश्व में 125 मिलियन व्यक्तियों की आयु 80 वर्ष या उससे अधिक है।
- वर्ष 2050 में 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या के 434 मिलियन हो जाने का अनुमान है।
- रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2050 में अकेले चीन में ही 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या के 120 मिलियन होने की संभावना है।
- ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2050 तक 80 प्रतिशत वृद्ध व्यक्ति निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में निवास कर रहे होंगे।
- वर्ष 2020 तक 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की संख्या पांच वर्ष से छोटे बच्चों की संख्या से अधिक हो जाएगी।
- जापान की 30 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या पहले ही 60 वर्ष से अधिक आयु की हो चुकी है।
- वर्ष 2050 तक चिली, चीन, ईरान एवं रूस की जनसंख्या का 30 प्रतिशत हिस्सा 60 वर्ष से अधिक आयु की हो जाएगी।
- रिपोर्ट के अनुसार, 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के 20 प्रतिशत व्यक्ति मानसिक या तंत्रिका संबंधी विकार से ग्रस्त है।
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों में होने वाले सामान्य मनोविकारों में मनोभ्रंश (Dementia) और अवसाद हैं।
- ऐसा अनुमान है कि विश्व भर में 47.5 मिलियन व्यक्ति मनोभ्रंश (Dementia) से पीड़ित हैं।
- वैश्विक स्तर पर प्रति माह 10 में से एक वृद्ध व्यक्ति शोषण का शिकार होता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘वृद्धावस्था एवं स्वास्थ्य पर वैश्विक रणनीति एवं कार्य-योजना’ तैयार की जा रही है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वृद्ध व्यक्तियों के लिए निर्धारित प्राथमिकता के पांच क्षेत्र हैं-
1. स्वस्थ वृद्धावस्था के प्रति प्रतिबद्धता
2. वृद्ध व्यक्तियों के अनुकूल स्वास्थ्य प्रणाली बनाना
3. लंबे समय तक देखभाल के लिए प्रणाली विकसित करना
4. आयु के अनुकूल वातावरण का निर्माण
5. निरीक्षण, निगरानी एवं समझ में सुधार करना।
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