17 June 2014

एक साधारण परिवार। पिता जल विभाग में एईएन। एक बेटा और दो बेटियां सभी आईएएस और आईपीएस.



एक साधारण परिवार, पिता जलदाय विभाग में एईएन, परिवार में एक बेटा और दो बेटियां सभी आईएएस और आईपीएस। यह कीर्तिमान स्थापित किया है सुमेरपुर में जलदाय विभाग में एईएन सोमदत्त नेहरा (चौधरी) के परिवार ने। हालांकि उनका भी सपना था कि वो आईएएस बने, लेकिन उनका सपना उनकी दो बेटियों और इकलौते बेटे ने पूरा कर दिया है। 

बेटा प्रवीण नेहरा ने अपने पहले ही प्रयास में गुरुवार को घोषित सिविल सेवा के परीक्षा परिणाम में 222 वीं रैंक हासिल की है। एईएन नेहरा की बड़ी बेटी निधि चौधरी महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी है तथा उससे छोटी बेटी विधि चौधरी गुजरात के भुज जिले में आईपीएस अधिकारी के पद पर नियुक्त है। मूलत: नागौर जिले में लाडनूं तहसील के छोटे से गांव बालसमंद में रहने वाले एईएन नेहरा पिछले 11 सालों से सुमेरपुर क्षेत्र में ही तैनात हैं।

प्रवीण के भी आईएएस में चुने जाने के बाद पूरा परिवार खुशियों से लबरेज है। नेहरा भाव-विभोर होकर कहते हैं कि पाली उनके और परिवार के सभी सदस्यों के लिए काफी लक्की रहा है।
अपने पैतृक गांव बालसमंद में ही पले-बढ़े सोमदत्त नेहरा का नागौर जिले में जिला विज्ञान प्रतिभा परीक्षा में अव्वल रहने के बाद सपना था कि वे आईएएस बनकर देश की सेवा करें, लेकिन आईआईटी तक ही पहुंचकर रह गए थे। इसके बाद उन्होंने अपने इकलौते बेटे और बेटियों को इस मुकाम तक पहुंचाने की ठान ली। अब उनका सपना पूरा हो गया है।

पहले उनकी छोटी बेटी विधि चौधरी ने वर्ष 2009 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की तथा उन्हें आईपीएस के रूप में गुजरात कैडर मिला। इसके बाद निधि चौधरी वर्ष 2011 में आईएएस बनने में कामयाब हो गईं। वह अभी महाराष्ट्र के पुणे शहर में कार्यरत है। अब 2013 में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा में उनके सबसे छोटे और इकलौते पुत्र प्रवीण चौधरी ने भी अपने पहले ही प्रयास में 222 वीं रैंक लेकर आईएएस परीक्षा क्लियर की है।

अंतरिक्ष विज्ञान में एमटेक प्रवीण की सफलता का सूत्र

सफलता के सूत्रधार बने प्रवीण पढ़ाई में शुरू से मेधावी रहे हैं। सेकेंडरी परीक्षा में प्रवीण नागौर जिले की मेरिट में अव्वल रहा था। इसके बाद उन्होंने चेन्नई से अंतरिक्ष विज्ञान में एमटेक किया। अपने पिता और दोनों बहनों के मार्गदर्शन से वर्ष 2012 में उन्होंने दिल्ली पहुंचकर कोचिंग ज्वॉइन की। प्रवीण इसी लक्ष्य में जुट गए कि उन्हें हर हाल में आईएएस परीक्षा में कामयाबी हासिल करनी है। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ऐच्छिक विषय से उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यह सफलता अपने नाम कर दी।

आत्मविश्वास था, सक्सेस का मंत्र भी था, तो सफलता ही मिली

पिता सोमदत्त नेहरा तो आईएएस बनने का अपना सपना साकार नहीं कर पाए, लेकिन अपने बेटे-बेटियों को इस मुकाम तक पहुंचाने के प्रयास में जुट गए थे। वे बचपन से ही दोनों बेटियों और बेटे में आत्मविश्वास जगाने के साथ उनको सक्सेस होने का मंत्र भी बताते रहे। इसके लिए जो भी हो सकता था, पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। प्रवीण की माता राजश्री कुशल गृहिणी हैं, लेकिन वे भी बेटे-बेटियों को कुछ बनकर दिखाने के लिए प्रेरित करती रहीं।

दादा भी बोले, उनको पूरा विश्वास था

सोमदत्त नेहरा के पिता और प्रवीण, निधि और विधि के दादा सेवानिवृत्त अध्यापक पन्नाराम चौधरी अपनी तीसरी पीढ़ी के आईएएस और आईपीएस बनने पर काफी उत्साहित हैं। दोनों पोतियों के बाद पोते के भी गुरुवार को सिविल परीक्षा में सलेक्शन होने की सूचना मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा तथा वे भावुक हो गए। वे ‘भास्कर’ से इतना ही बोले कि उनको पूरा विश्वास था कि पोते का सलेक्शन जरूर होगा तथा परिवार के लिए पोते-पोतियों के आईएएस और आईपीएस बनना किसी गौरव से कम नहीं है।

1 comment:

  1. We can find online information related CAPF and other details. Good information share with us. Nice post. If you want to know Assistant Commandant in CAPF.. Than visit my website Central Armed Police Forces (CAPF) exam

    ReplyDelete

Featured post

UKPCS2012 FINAL RESULT SAMVEG IAS DEHRADUN

    Heartfelt congratulations to all my dear student .this was outstanding performance .this was possible due to ...