परंपरा टूटी, यूपीएससी के चेयरमैन बनाए गए झारखंड कैडर के दीपक गुप्ता
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर बरसों पुरानी परंपरा टूट गई है। आयोग में वरिष्ठ सदस्य होने के बावजूद मप्र कैडर की आईएएस अधिकारी अलका सिरोही को चेयरपर्सन नहीं बनाया गया। अब तक वरिष्ठ सदस्य को ही यूपीएससी की कमान सौंपी जाती रही है। शनिवार को केंद्र सरकार ने इस परंपरा को तोड़ते हुए झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी दीपक गुप्ता को चेयरमैन नियुक्त किया। आयोग की चेयरपर्सन रजनी राजदान का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया।
वैसे गैर सदस्य को चेयरमैन नहीं बनाए जाने का कोई नियम नहीं है, लेकिन आयोग के अस्तित्व में आने के बाद से वरिष्ठ सदस्य को ही चेयरमैन बनाया जाता रहा है। वर्तमान में सिरोही आयोग की सबे वरिष्ठ सदस्य हैं। इसलिए उन्हें ही प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। उन्हें रजनी राजदान की जगह लेनी थी, लेकिन कार्मिक मंत्रालय ने शनिवार को आयोग के चेयरमैन पद पर गुप्ता को नियुक्त कर सबको चकित कर दिया।
गुप्ता केंद्र सरकार के पूर्व गृह सचिव मधुकर गुप्ता के छोटे भाई हैं। उन्होंने पदभार भी ग्रहण कर लिया है। बताया जा रहा है कि आईएएस ऑफिसर की सिविल लिस्ट में गुप्ता आयोग की सबसे वरिष्ठ सदस्य अलका सिरोही से सीनियर हैं। लेकिन यूपीएससी में अलका सिरोही वरिष्ठ सदस्य हैं।
इस फैसले से ऐसा संदेश जा रहा है कि केंद्र किसी अफसर को उपकृत करने के लिए दशकों पुरानी परंपरा भूल गई। ऐसे में आयोग द्वारा किए जा रहे चयन पर भी भविष्य में सवाल उठ सकते हैं।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर बरसों पुरानी परंपरा टूट गई है। आयोग में वरिष्ठ सदस्य होने के बावजूद मप्र कैडर की आईएएस अधिकारी अलका सिरोही को चेयरपर्सन नहीं बनाया गया। अब तक वरिष्ठ सदस्य को ही यूपीएससी की कमान सौंपी जाती रही है। शनिवार को केंद्र सरकार ने इस परंपरा को तोड़ते हुए झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी दीपक गुप्ता को चेयरमैन नियुक्त किया। आयोग की चेयरपर्सन रजनी राजदान का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया।
वैसे गैर सदस्य को चेयरमैन नहीं बनाए जाने का कोई नियम नहीं है, लेकिन आयोग के अस्तित्व में आने के बाद से वरिष्ठ सदस्य को ही चेयरमैन बनाया जाता रहा है। वर्तमान में सिरोही आयोग की सबे वरिष्ठ सदस्य हैं। इसलिए उन्हें ही प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। उन्हें रजनी राजदान की जगह लेनी थी, लेकिन कार्मिक मंत्रालय ने शनिवार को आयोग के चेयरमैन पद पर गुप्ता को नियुक्त कर सबको चकित कर दिया।
गुप्ता केंद्र सरकार के पूर्व गृह सचिव मधुकर गुप्ता के छोटे भाई हैं। उन्होंने पदभार भी ग्रहण कर लिया है। बताया जा रहा है कि आईएएस ऑफिसर की सिविल लिस्ट में गुप्ता आयोग की सबसे वरिष्ठ सदस्य अलका सिरोही से सीनियर हैं। लेकिन यूपीएससी में अलका सिरोही वरिष्ठ सदस्य हैं।
इस फैसले से ऐसा संदेश जा रहा है कि केंद्र किसी अफसर को उपकृत करने के लिए दशकों पुरानी परंपरा भूल गई। ऐसे में आयोग द्वारा किए जा रहे चयन पर भी भविष्य में सवाल उठ सकते हैं।
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